UP Board कक्षा 10वीं तथा 12वीं के एग्जाम ख़तम हो चुकें हैं. कक्षा 10वीं के छात्र अब 11वीं कक्षा में जाएंगे तो 12वीं के छात्र कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में जाएंगे. अक्सर छात्र एग्जाम के बाद जब एक कक्षा आगे बढ़ते हैं तो उनके मन में एक विचार ज़रूर आता है कि इस बार और अच्छी तरह पढ़ाई करेंगे या शुरू से ही अपने पढ़ाई पर पूरा ध्यान रखेंगे. ठीक इसी प्रकार कुछ ऐसे भी छात्र हैं जो इस दुविधा में होते हैं कि वह अब अपने न्यू सेशन में पढ़ाई में कैसे मन लगाएं?
दरअसल कुछ ऐसे भी छात्र हैं जिनको पढ़ाई में कुछ खास रूचि नहीं होती लेकिन करियर में आगे बढ़ने के लिए आपकी शिक्षा बहुत अहमियत रखती है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही खास टिप्स बताने जा रहें हैं जिन्हें आपको रोज फॉलो करना है अर्थात यदि आप इन टिप्स को अपने रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाते हैं तो यकीन मानिये कि आपकी रूचि पढ़ाई के तरफ धीरे-धीरे शत प्रतिशत बढ़ने लगेगी.
1.पढ़ने के लिए टाइम टेबल ज़रूर बनाये:
जब आप स्कुल जाते हैं तो वहाँ आपको टीचर कक्षा में पढ़ाने आते हैं. उनकी एक समय सारणी होता है जिसे हम टाइम टेबल भी कहते हैं. इस समय सरणी के अनुसार ही वह पढ़ाया करते हैं. अर्थात उसी टाइम टेबल के अन्दर आप अपने टीचर से रोज़ाना पढ़ते हैं तथा आप उस समय सरणी के बिलकुल अनुकूल हो चुके रहते हैं ठीक इसी प्रकार आपको भी अपने स्टडी के लिए एक समय सरणी बनाना है और इसी समय सारणी को आपको रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाना है जब आप एक टाइम टेबल को अपने डेली रुटीन में फॉलो करने लगेंगे तो आपको इसके कई लाभ दिखेंगे.
सबसे अहम बात जो आपको ध्यान रखना है वह यह है कि शुरुवात में आपको ज्यादा देर तक पढ़ाई नहीं करनी है क्यूंकि अभी आपको पढ़ाई में कुछ खास रूचि नहीं होती है और आपने अभी-अभी पढ़ने के लिए खुद को तैयार किया है तो आपको शुरुवात में एक दिन में सिर्फ 1 या 2 घंटे पढ़ना है ऐसा करने से आपका पढ़ाई में मन लगने लगेगा, धीरे-धीरे आप इस समय अवधि को बढ़ाना शुरू करें लेकिन याद रखें शुरुवात में आपको ये गलती नहीं करनी जो अधिकतर छात्र करते हैं, वे शुरुवात से ही 4-5 घंटे पढ़ने लग जाते हैं जबकी आपको इतने देर तक पढ़ने की आदत नहीं है फिर भी आप पढ़ने की कोशिश में लगे रहते हैं अर्थात ऐसे में आपको कुछ समझ नहीं आएगा और आपने जो पढ़ा है वो भी कुछ हद तक व्यर्थ जायेगा.
टाइम टेबल बना कर पढ़ने के फायदे :
1. जब आप टाइम टेबल बना कर पढेंगे तो आपको पता होगा की किस समय क्या पढ़ना है.
2. टाइम को मैनेज कर पाएंगे
2. टाइम को मैनेज कर पाएंगे
2.ग्रुप स्टडी पर ज़ोर दें:
अगर आपको पढ़ाई करने का बिलकुल भी मन नहीं करता है तो आप ग्रुप स्टडी यानि की अपने दोस्तों और क्लास मेट के साथ बैठ कर पढ़ने की कोशिश करें ऐसा करने से जब आप पढ़ने बैठेंगे तो आप बोर नहीं होगे क्योंकी आपके साथ आपके क्लास मेट अर्थात दोस्त होंगे. जब हम ग्रुप स्टडी करते हैं तो कई बार दोस्तों को कोई टॉपिक समझाने में खुद के भी उस टॉपिक से जुड़े प्रश्न हल हो जाते हैं. साथ ही साथ यदि आपको कोई टॉपिक कक्षा में ठीक समझ नहीं आया या किसी कारण-वश आप कक्षा में नहीं थे तो वह टॉपिक आप बड़ी आसानी से अपने दोस्त से समझ सकते हैं. ग्रुप स्टडी से भी आपको कई फायदे हैं.
ग्रुप स्टडी करने के फायदे:
1.पढ़ते वक्त कभी बोर नहीं होंगे.
2. जल्दी समझ में आएगा.
3. प्रॉब्लम शेयर और डिसकस कर सकते हैं.
3.हमेशा नोट्स बना कर पढ़ें:
जब भी आप पढ़ने बैठें तो याद रखें जो भी आपने पढ़ा है उसके नोट्स भी तैयार करते जाएँ. आपके पढ़े हुवे टॉपिक के सभी पॉइंट्स जब आप अपने नोट्स में लिखते हैं तो वह और ज्यादा अच्छी तरह आपको याद रहता है अर्थात यही स्टडी नोट्स आपको एग्जाम के समय काफी मददगार साबित होंगे. अगर आप बाद में पढ़े हुवे टॉपिक से कुछ भूल जाते हैं तो आप अपने बनाये नोट्स से देख कर आसानी से समझ सकते हैं और इससे आप पढ़े हुवे टॉपिक को कभी भी आसानी से दोहरा सकते हैं.
नोट्स बना कर पढ़ने के फायदे:
1. रिवीजन के लिए बेस्ट होता है.
2. एग्जाम में मदद करता है.
3. टाइम बचाता है.
4.पढ़ाई के लिए सही जगह का चुनाव:
अगर आप घर में पढ़ने के लिए एक फिक्स जगह का चुनाव कर लें तो ये आपके लिए बेस्ट होगा लेकिन वह जगह ऐसी होनी चाहिए जहाँ आपको कोई डिस्टर्ब न करे. जहाँ आप इत्मिनान से पढ़ सकें. यदि आप रोज अपने पढ़ने की जगह बदलते रहते हैं तो इससे आपको पढ़ने का मन नहीं करेगा. क्यूंकि अलग-अलग जगह पर पढ़ाई करने के कारण आपको अधिकतर समय कुछ न कुछ काम से उठना पड़ेगा. जगह सुनिश्चित रहने पर ऐसी परेशानी का सामना कम करना पड़ता है और आप ज्यादा एकाग्रता के साथ पढ़ाई कर सकेंगे.
5.पढ़ाई का सारा सामान पढ़ते वक्त अपने पास रखें:
जब भी आप पढ़ने के लिए बैठें तो उससे पहले आपको पढ़ाई के लिए जीन चीजों की आवश्यकता है, जैसे की किताब, कॉपी, पेन, पेंसिल, पानी इत्यादि सब लेकर पढ़ने बैठें. क्यूंकि इससे आपको बार-बार चीजों के लिए उठने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. दरअसल आप जितनी बार पढ़ते समय किसी भी प्रकार के काम के लिए उठेंगे उतनी बार आपको वापस से पढ़ाई शुरू करने में एकाग्रता की ज़रूरत पड़ेगी, जिस कारण कई बार छात्र बोर होकर पढ़ना ही नहीं चाहते हैं.
निष्कर्ष:
तो ये थे कुछ ख़ास टिप्स जिन्हें यदि छात्र अपने दिनचर्या में अपनाए, जैसे की पढ़ने के लिए अपना एक टाइम टेबल बनाना, ग्रुप स्टडी, नोट्स बनाना, पढ़ाई के लिए एक सही जगह का चुनाव करना, रोज उसी जगह पर पढ़ने की कोशिश करना, पढ़ने का सारा सामान साथ रखना इत्यादि. ये सभी टिप्स आपके लिए बहुत मददगार साबित होंगी.